PM Surya Ghar Yojana PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana

Menu

कल भारत बंद क्यों है 2024 || कल भारत बंद है या नहीं 2024 - यहाँ देखें क्या बंद रहेगा और क्या क्या खुलेगा

Category: Default » by: Lalchand » Update: 2024-08-20

Bharat Bandh 2024 - नमस्कार मेरे प्यारे दोस्तों, अगर आप भी अपने मोबाइल फोन में गूगल सर्च करते है तो ऐसे में आपको गूगल सर्च ट्रेंड में "कल भारत बंद क्यों है 2024" का सर्च कीवर्ड दिखा रहा होगा, क्योंकि कल भारत बंद का आव्हान किया गया है. अभी कल भारत बंद क्यों है 2024 के बारे में सबसे अधिक राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में सर्च किया जा रहा है. हम आपको इस लेख में कल भारत बंद क्यों है 2024, कल भारत बंद है या नहीं 2024, भारत बंद कब है आदि के बारे में जानकारी बताने वाले है. 

bharat bandh 2024

कल भारत बंद क्यों है 2024 - Bharat Bandh 2024

एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने 21 अगस्त यानी कल भारत बंद का ऐलान किया है. भारत का समर्थन कई दलित संगठनों ने भी किया. इसके अलावा बसपा ने भी भारत बंद का समर्थन किया है. किसी भी तनाव से बचने के लिए पुलिस को सभी जिलों में तैनाती बढ़ाने के लिए कहा गया है.

कल भारत बंद क्यों है 2024 कारण - Kal Bharat Bandh hai ya nhi

सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार कों एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर बनाने की अनुमति दी है. कोर्ट ने कहा कहा कि जिन्हें वास्तव में इसकी आवश्यकता है उन्हें आरक्षण में प्राथमिकता मिलनी चाहिए. इस फैसले पर व्यापक बहस छिड़ गई है. भारत बंद का ऐलान करने वाले संगठन इसे फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

भारत बंद का कारण सुप्रीम कोर्ट का हालिया निर्णय है, जिसने एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर बनाने की अनुमति दी है. इस फैसले के बाद, उन लोगों को आरक्षण में प्राथमिकता देने की बात कही गई है, जिनकी वास्तव में इसकी आवश्यकता है. इसके खिलाफ विभिन्न संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है, और इसे वापस लेने की मांग की है.

पुलिस की तैयारियाँ और सुरक्षा उपाय:

बंद के दौरान संभावित हिंसा की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है. विशेषकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को संवेदनशील माना जा रहा है, जहां पुलिस ने अतिरिक्त सावधानी बरती है. सुरक्षा के लिए व्यापक उपाय किए जा रहे हैं ताकि जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

कल भारत बंद के दौरान क्या क्या बंद रहेगा - kab Bharat Bandh kyo hai

भारत बंद के दौरान सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर असर पड़ सकता है, और कुछ प्राइवेट दफ्तर बंद हो सकते हैं. हालांकि, किसी आधिकारिक घोषणा के बिना यह स्पष्ट नहीं है कि क्या सभी सेवाएं प्रभावित होंगी.

कल भारत बंद होने पर क्या क्या खुला रहेगा - Bharat Bandh hone par kya kya khulega

  • आपातकालीन सेवाएँ: अस्पताल और एम्बुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी.
  • बैंक और सरकारी दफ्तर: अभी तक किसी आदेश के बिना, बैंक और सरकारी दफ्तर खुले रह सकते हैं.

इसलिए, बंद के दौरान विभिन्न सेवाओं की स्थिति अलग-अलग स्थानों पर भिन्न हो सकती है, और नागरिकों को अपनी यात्रा और कार्य योजनाओं के अनुसार तैयारी करनी चाहिए.

21 अगस्त को भारत बंद क्यों है? - 21 august ko Bharat Bandh kyo hai

जैसा कि हमने बताया कि इस प्रदर्शन को आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति द्वारा लीड किया जा रहा है. यह प्रदर्शन सुप्रीम कोर्ट द्वारा 1 अगस्त को दिए उस फैसले के खिलाफ ह जिसमें राज्यों को अनुसूचित जाति (SCs) और अनुसूचित जनजाति (STs) के भीतर ही सब-कैटेगिरी बनाने की इजाजत दी गई थी और इनमें उन लोगों को प्राथमिकता दी जानी है जिन्हें आरक्षण की वाकई जरूरत है. अब इस प्रदर्शन का मकसद इस फैसले का विरोध जताना है ताकि इसे वापस लिया जा सके.

कल भारत बंद होने का कारण - Bharat Bandh hone ka karan

सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला एससी-एसटी आरक्षण से संबंधित है और इसमें क्रीमी लेयर को लेकर एक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किया गया है. कोर्ट ने कहा कि एससी (अनुसूचित जाति) और एसटी (अनुसूचित जनजाति) समुदायों के भीतर विभिन्न जातियों और जनजातियों के बीच भिन्नता होती है, और कुछ जातियाँ अधिक पिछड़ी हो सकती हैं. उदाहरण के तौर पर, सीवर की सफाई और बुनकर के काम करने वाले लोग, जो एससी के अंतर्गत आते हैं, अक्सर अन्य एससी जातियों से अधिक पिछड़े होते हैं.

कोर्ट ने यह निर्णय दिया कि राज्य सरकारें एससी और एसटी के भीतर जातियों का वर्गीकरण (सब-क्लासिफिकेशन) कर सकती हैं और उनके लिए अलग से आरक्षण का कोटा निर्धारित कर सकती हैं. इसका तात्पर्य है कि जिन जातियों की स्थिति अधिक पिछड़ी है, उन्हें आरक्षण में प्राथमिकता दी जा सकती है. कोर्ट का कहना है कि ऐसा करना संविधान के अनुच्छेद 341 के खिलाफ नहीं है, जो कि अनुसूचित जातियों और जनजातियों के अधिकारों को परिभाषित करता है.

इस फैसले का उद्देश्य उन लोगों को बेहतर सहायता प्रदान करना है जिनकी स्थिति सबसे अधिक पिछड़ी है, लेकिन इससे विवाद और विरोध भी उत्पन्न हुआ है, जो कि भारत बंद और अन्य प्रदर्शनों का कारण बना है.

कल भारत बंद क्यों है 2024 - क्‍या हैं दो शर्त - Bharat Bandh kyo hai kal 

  • एससी के भीतर किसी एक जाति को 100% कोटा नहीं दे सकतीं.
  • एससी में शामिल किसी जाति का कोटा तय करने से पहले उसकी हिस्सेदारी का पुख्ता डेटा होना चाहिए.

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला उन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुनाया था, जिनमें कहा गया था कि एससी और एसटी के आरक्षण का फायदा उनमें शामिल कुछ ही जातियों को मिला है. इससे कई जातियां पीछे रह गई हैं. उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए कोटे में कोटा होना चाहिए. इस दलील के आड़े 2004 का फैसला आ रहा था, जिसमें कहा गया था कि अनुसूचित जातियों का वर्गीकरण कर सकते हैं.

सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला क्या है?

Default

सुप्रीम कोर्ट ने एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने की अनुमति दी है और जातियों का वर्गीकरण (सब-क्लासिफिकेशन) कर कोटा निर्धारित करने की इजाजत दी है.

भारत बंद का कारण क्या है?

Default

भारत बंद का कारण सुप्रीम कोर्ट का फैसला है, जिसने एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं. यह फैसला उन जातियों के बीच प्राथमिकता देने की बात करता है जिन्हें वास्तव में आरक्षण की आवश्यकता है.

21 अगस्त 2024 को भारत बंद क्यों है?

Default

21 अगस्त को भारत बंद का आयोजन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में किया गया है, जिसमें एससी/एसटी के भीतर जातियों के वर्गीकरण की अनुमति दी गई है.

भारत बंद के दौरान क्या-क्या बंद रहेगा?

Default

सार्वजनिक परिवहन सेवाओं, कुछ प्राइवेट दफ्तरों और संभवतः कुछ अन्य सेवाओं पर असर पड़ सकता है.

भारत बंद के दौरान कौन-कौन सी सेवाएँ जारी रहेंगी?

Default

आपातकालीन सेवाएँ जैसे अस्पताल और एम्बुलेंस, बैंक और सरकारी दफ्तर (अभी तक कोई आदेश नहीं) जारी रह सकती हैं.

पुलिस ने भारत बंद को लेकर क्या तैयारी की है?

Default

पुलिस ने सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है और विशेषकर संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

Comments Shared by People

RECENT